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अजोला अपनाऐं धान के लिए जैविक खाद एवं पशुओं के लिए सदाबहार चारा पाऐं

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अजोला  पानी   में   पनपने   वाला   छोटे   बारीक   पौधो   के   जाति   का   होता   है   जिसे   वैज्ञानिक   भाषा   में   फर्न कहा   जाता   है     जो   सूर्य   के   प्रकाश   में   वायुमण्डलीय   नत्रजन   का   यौगिकीकरण   करता   है   और   हरे     खाद   की   तरह   फसल   को   नत्रजन   की   पूर्ति   करता   है अजोला  की   विशेषता यह है कि यह अनुकूल वातावरण में ५ दिनों में ही दो - गुना हो जाता है एजोला में ३ . ५ प्रतिशत नत्रजन तथा कई तरह के कार्बनिक पदार्थ होते हैं जो भूमि की ऊर्वरा शक्ति बढ़ाते हैं। अजोला का उत्पादन किसी भी छायादार स्थान पर 2 मीटर लंबा , 2 मीटर चौड़ा तथा 30 सेमी . गहरा गड्ढा खोदा जाता है। पानी के रिसाव को रोकने के लिए इस गड्ढे को   प्लास्टिक शीट से ढंक देते है। गड्ढे में 10-15 किग्रा . मिट्टी फैलाते है। इसके   अलावा 2 किग्रा . गोबर एवं 30 ग्राम सिंगल सुपर फॉस्फेट 10 लीटर पानी में मिलाकर गड्ढे में डाल देते है। पानी का स्तर 10-12 सेमी . तक होना चाहिए।   अब 500-1000 ग्राम अजोला कल्चर गड्ढ